Posts by: DSHRD

मानव पारिस्थितिकी तंत्र और स्वास्थ्य के लिए प्रकृति NATURE FOR HUMAN ECOSYSTEM AND HEALTH

“जूनोटिक रोग” इबोला, सार्स, जीका, एचआईवी/एड्स, वेस्ट नाइल बुखार और अब कोविड-19 ये कुछ ऐसी हाई प्रोफाइल बीमारियां है जो दशकों से हमारे बीच समय-समय पनपते रहे है। जब-जब मानव ने प्रकृति के साथ हद से ज्यादा छेड़छाड़ किया है तब-तब प्रकृति ने अपना उग्र रूप दिखाया है और ऐसी महामारी जैसी समस्या किसी एक …

जीवनदायिनी महिलाओं का जीवन खतरे में क्यों ?WHY LIFEGIVIN WOMEN IS IN DANGER?

जीवनदायिनी महिलाओं का जीवन खतरे में क्यों? माँ एक ऐसा शब्द है जिसके उच्चारण मात्र से ही जीवन का आभास होता है। समर्पण ही जिसका दूसरा नाम है। जिसके बिना हमारे जीवन का अस्तित्व ही संभव नहीं है। हमारे यहां महिला को जीवनदायिनी देवी के रूप में पूजा जाता है। उन्हें शक्ति का अवतार माना …

पुरुष प्रधान समाज में पुरुष भी घरेलू हिंसा के शिकार MEN ARE TOO THE VICTIM OF DOMESTIC VOILENCE IN THIS PATRIARCHL SOCIETY

घरेलू हिंसा घरेलू हिंसा का शिकार होने वाले पुरुषों की संख्या महिलाओं की अपेक्षा निःसंदेह कम है। परंतु इस समस्या से वह पीड़ित नहीं यह बलकुल भी सत्य नहीं है। इसके साथ ही पुरुष किसी महिला द्वारा पीड़ित किया जा सकता है। यह तथ्य हमारे समाज द्वारा स्वीकार ही नहीं किया जा रहा है। आखिर …

कानूनों के बावजूद महिलाओं की स्थिति अत्यंत दयनीय WOMEN STILL IN MISERABLE CONDITION AFTER A HUGE NUMBER OF RULES AND REGULATIONS

भारत में महिला सुरक्षा हेतु कानूनों की एक लंबी लिस्ट है और महिलाओं की स्थिति अत्यंत दयनीय है। आखिर कहां और किसमे कमी है? क्या यह हमारे कानून निर्माताओं की कमी है या फिर कानून को लागू कराने वाली संस्थाओ की कमी है? शायद दोनों की। कानूनों के प्रति समाज में व्याप्त अनभिज्ञता हमारे समाज …

दहेज हत्या

भारत परम्पराओं एवं संस्कारों का देश है। यहाँ विवाह जैसी संस्था पर हर धर्म के लोगों का विश्वास है। हर कोई इस बंधन में कभी न कभी बंधता है।परन्तु दहेज़ एक अभिशाप की भांति है। जो दीमक की तरह इस वैवाहिक बंधन को धीरे धीरे कमजोर कर देता है।। आज हमारे देश में दहेज हत्या …

हम अगर घर की लक्ष्मी है तो अपनी अस्मिता के रक्षार्थ हमें खुद दुर्गा बनना होगा:

हम अगर घर की #लक्ष्मी है तो अपनी अस्मिता की रक्षा के लिए हमें खुद ही #दुर्गा भी बनना होगा। सरकार से क्या होगा या सजा देने से क्या होगा? कितनों को हम सजा देंगे, आप और हम आखिर कितने कानून बनाएंगे ? सामाजिक बदलाव के लिए कितने और कानूनों की जरूरत पड़ेगी हमें? आखिर …

माननीय न्यायमूर्ति द्वारा दीपावली शुभकामना संदेश

स्वच्छ, सुरक्षित एवं पर्यावरण प्रदूषण रहित दीपावली मनाने हेतु माननीय सुप्रीम कोर्ट, माननीय हाई कोर्ट एवं डीएसएचआडी संगठन के माननीय संरक्षक गण द्वारा प्रेषित शुभकामना संदेश Happy Diwali to all remain blessed Say no to polluting Crackers. Observe safety and clean your surroundings. Justice Shiva Kirti Singh For. Judge Supreme Court Wish you all are …